Project Elephant 1992 | हॉथी परियोजना क्‍या है? महत्‍वपूर्ण जानकारी हिन्‍दी में

Project Elephant 1992 | हॉथी परियोजना क्‍या है?Project Elephant 1992 : asktoapply.com provide detail here about objectives, Implementation, Elephant Reserve areas List, Important facts Project Elephant

What is Project Elephant 1992 : भारत सरकार के पर्यावरण एवं वन मंत्रालय ने हॉथियों की संख्‍या में आई भारी गिरावट के कारण हाथियों की सुरक्षा एवं संरक्षण हेतु सन् 1991-92 में हॉथी परियोजना (Project Elephant 1992) की शुरूआत की थी। हाथी परियोजना का उद्देश्य हाथियों की संख्या को बढ़ाना तथा उसके प्राकृतिक आवास में उसे प्रतिस्थापित करना था। केंद्र सरकार ने हाथी परियोजना का प्रारम्भ झारखंड के सिंह भूमि जिले से किया था। इसके बाद देश में प्रथम हाथी पुनर्वास केंद्र केरल के कोत्तूर में स्थापित किया गया।

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भारत सरकार द्वारा सन् 1992 में शुरू की प्रोजेक्ट ऐलीफेंट (हाथी परियोजना) के अंतर्गत हाथी संरक्षण क्षेत्र (Elephant Reserves Zone) बनाने का निर्णय लिया गया था। जानकारी के अनुसार भारत सरकार द्वारा तीन हाथी अभयारण्य को अनुमति दी गई है, जिनमें से दो छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के लेमरु व बादलखोल में तथा एक अरुणाचल प्रदेश के देवमाली में स्थापित किया जायेगा।

What are the objectives of the Project Elephant ? हॉथी परियोजना के क्‍या उद्देश्‍य हैं ?

हॉथी परियोजना का उद्देश्‍य :- हॉथी परियोजना कार्यक्रम (Project Elephant) का मुख्‍य उद्देश्‍य हाथियों और उनके प्राकृतिक वास का संरक्षण करना, मनुष्य-पशु संघर्ष के मुद्दे को हल करना और बंदी हाथियों की देखभाल करना है।

Implementation of Project Elephant – हॉथी परियोजना का क्रियान्‍वयन

हॉथी परियोजना का क्रियान्‍वयन :- वर्तमान में हाथी परियोजना मुख्य रूप से 16 राज्य तथा केंद्र शासित प्रदेशों में क्रियान्वित की जा रही है, तथा इन राज्‍यों ने विभिन्न हाथी संरक्षण क्षेत्रों का निर्माण किया है। ये राज्य आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, असम, कर्नाटक, केरल, तमिल नाडु, महाराष्ट्र, मेघालय, नागालैंड, ओडिशा, त्रिपुरा, उत्तराखण्ड, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, छतीसगढ़, झारखण्ड हैं। केंद्रीय पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा 12 अगस्त 2017 को पहले समन्वय आधारित अखिल भारतीय हाथी संख्या आकलन के प्रारंभिक परिणाम को जारी किया गया था। इस रिपोर्ट के अनुसार देश में कुल हाथियों की संख्या 27312 है जिसमें सर्वाधिक हाथियों की संख्या वाला राज्य कर्नाटका (6049) दूसरा असम (5719) तीसरा केरल (3054) है।

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List of Elephant Reserve areas of the country – देश के हाथी संरक्षण क्षेत्रों की सूची

देश के विभिन्न हाथी संरक्षण क्षेत्रों की सूची –

असम :- 

  1. सोनितपुर हाथी रिज़र्व
  2. दिहिंग पटकाई हाथी रिज़र्व
  3. काजीरंगा-कार्बी आंगलोंग हाथी रिज़र्व
  4. धंसिरी-लुंगडिंग हाथी रिज़र्व
  5. चिरंग-रिपु हाथी रिज़र्व

ओडिशा :- 

  1. मयूरभंज हाथी रिज़र्व
  2. महानदी हाथी रिज़र्व
  3. सम्बलपुर हाथी रिज़र्व
  4. बैतरनी हाथी रिज़र्व
  5. दक्षिण ओडिशा हाथी रिज़र्व

छत्तीसगढ़ :- 

  1. लेमरु हाथी रिज़र्व
  2. बादलखोल-तमोरपिंगला हाथी रिज़र्व

मेघालय :- 

  1. गारो हिल्स हाथी रिज़र्व
  2. ख़ासी हिल्स हाथी रिज़र्व

केरल :- 

  1. वयनाड हाथी रिज़र्व
  2. नीलांबुर हाथी रिज़र्व
  3. अनाइमुडी हाथी रिज़र्व
  4. पेरियार हाथी रिज़र्व

पश्चिम बंगाल :- 

  1. मयूरझरना हाथी रिज़र्व
  2. पूर्वी दुआर हाथी रिज़र्व

तमिल नाडु :- 

  1. नीलगिरी हाथी रिज़र्व
  2. कोयंबटूर हाथी रिज़र्व
  3. अनामलाई हाथी रिज़र्व
  4. श्रीविल्लीपुथुर हाथी रिज़र्व

अन्य :- 

  • कामेंग हाथी रिज़र्व (अरुणाचल प्रदेश)
  • दक्षिण अरुणाचल हाथी रिज़र्व (अरुणाचल प्रदेश)
  • रायल हाथी रिज़र्व (आंध्र प्रदेश)
  • शिवालिक हाथी रिज़र्व (उत्तराखंड)
  • उत्तर प्रदेश हाथी रिज़र्व (उत्तर प्रदेश)
  • सिंघभूम हाथी रिज़र्व (झारखण्ड)
  • इनतांकी हाथी रिज़र्व (नागालैंड)
  • मैसूर हाथी रिज़र्व (कर्नाटक)

Important facts related to the Project Elephant – हॉथी परियोजना से संबंधित महत्‍वपूर्ण तथ्‍य

हॉथी परियोजना से संबंधित महत्‍वपूर्ण तथ्‍य :-

  • पशुओं के अधिकारों के लिए काम करने वाली एक संस्था पेटा (people for the ethical treatment of animal) तथा बन्नेरुधा राष्ट्रीय उद्यान के सहयोग से 29.5 हेक्टेयर के क्षेत्र में बेंगलुरु के पास देश का प्रथम हाथी अभ्यारण बनाया गया है।
  • भारत सरकार ने भारतीय हाथी को राष्ट्रीय धरोहर पशु घोषित किया है। भारतीय हाथी को वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 की अनुसूची-I में सूचीबद्ध करके उच्चतम कानूनी सुरक्षा भी प्रदान की गई है।
  • हाथी के संरक्षण तथा उसके बेहतर प्रबंधन के लिए केंद्र सरकार ने प्रसिद्ध पर्यावरणविद् महेश रंगराजन की अध्यक्षता में एक कार्यबल यानी टास्क फोर्स का गठन किया था।
  • देश में पहला हाथी पुनर्वास केंद्र हरियाणा में बनाया जा रहा है हाथियों को संरक्षित करने के उद्देश्य से अक्टूबर 2010 में केंद्र सरकार ने हाथी को राष्ट्रीय विरासत पशु (नेशनल हेरिटेज एनिमल) घोषित किया था।
  • देश में हाथियों के संरक्षण हेतु विश्व हाथी दिवस के अवसर पर 12 अगस्त 2017 को केंद्रीय पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा एक गज यात्रा अभियान का प्रारंभ किया गया था इस अभियान को देश में हाथियों की बहुलता वाले क्षेत्र के कुल 12 राज्यों में संचालित किया गया।
  • सीएमएस समझौते की अनुसूची-I में भारतीय हाथी को शामिल करने से भारत की सीमाओं से बाहर भारतीय हाथी के प्रवास की प्राकृतिक जरूरत पूरी होने के साथ-साथ सुरक्षित वापसी भी सुनिश्चित होगी। इस प्रकार हमारी भावी पीढ़ियों के लिए इस लुप्तप्राय प्रजातियों के संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा। नेपाल, बांग्लादेश, भूटान और म्यांमार की छोटी उप-आबादी के साथ अन्तर्मिश्रण से इन हाथियों के आबादी को व्यापक ‘जीन’ आधार उपलब्ध होगा। इससे इनके प्रवासी मार्गों के कई हिस्सों में मानव हाथी संघर्ष को कम करने में भी मदद मिलेगी।
  • देश में वर्तमान में कुल एलीफेंट रिजर्व (हॉथी संरक्षण) क्षेत्र की संख्या 32 है। राजस्थान के जयपुर के आमेर (कुंडा गाँव) में केन्द्र व राज्य सरकार की सहायता से एशिया का तीसरा एलीफट विलेज बनाया जा रहा है, जिसमें हाथियों के लिए चिकित्सा केन्द्र महावतों के लिए रहने के लिए घर तथा राइडिंग ट्रैक आदि बनाये जायेंगे। इसी प्रकार के दो अन्य विलेज एशिया में श्रीलंका एवं थाइलैंड में हैं ।
  • आईयूसीएन (International Union for Conservation of Nature) के रेड लिस्ट में अफ्रीकी हाथियों को वल्नरेबल तथा एशियाई हाथी को एंडेंजर्ड सूची में रखा गया है।

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